Thursday, November 17, 2016

आपको कोई भी पुलिस वाला, इन्कम टैक्स अधिकारी या कोई अन्य सरकारी अधिकारी तलाशी या धन कहाँ से आया - यह जानने के बहाने परेशान नहीं कर सकता है!

आप 31 दिसंबर 2016 तक  जितनी रकम चाहें, लाखों करोडों ही क्यों न हो, उतनी अघोषित रकम लेकर बैंक में जमा करने जा सकते हैं। ऐसा करने से आपको कोई भी पुलिस वाला, इन्कम टैक्स अधिकारी या कोई अन्य सरकारी अधिकारी नहीं रोक सकता है। यदि कोई भी पुलिस वाला, इन्कम टैक्स अधिकारी या कोई अन्य सरकारी अधिकारी आपको रस्ते में रोक कर आपको तलाशी के बहाने या धन कहाँ से आया - यह जानने के बहाने परेशान करता है तो आप उस की शिकायत मुख्यमंत्री , प्रधानमंत्री , वित्तमंत्री , जिला कलेक्टर को तुरंत कर सकते हैं !

मोदी सरकार के हाल के पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटों को रदद् (ban) करने के नोटबंदी आदेश से बिलकुल न घबराएँ और न ही उस आदेश से घबराएँ जिसके तहत अब आप यदि अघोषित तथाकथित काला धन घोषित करते हैं तो मोदी सरकार उसमें से 90% काट कर केवल 10 % ही आपके बैंक खाते में जमा करेगी। आप तुरन्त शान से किसी भी बैंक में अपना अघोषित तथाकथित काला धन जमा करवाएँ। 

धन कहाँ से आया - यह बताने के लिए कोई भी पुलिस वाला, इन्कम टैक्स अधिकारी या कोई अन्य सरकारी अधिकारी आपको विवश नहीं कर सकता है।

आपको  सरकार ने यह सुविधा 31 दिसंबर 2016 तक दी हुई है।

कुछ लाखों करोडों की अघोषित रकम रखने वाले  लोग अपनी रकम गरीब रिक्शा वालों , टैक्सी ड्राईवर , ऑटो वालों , नौकरों, मन्दिरों - गुरुद्वारों  और अन्य जरूरतमन्दों को बाँट कर पुण्य कमा रहें हैं। मन्दिरों - गुरुद्वारों को सलाह है कि वे ऐसी रकमें स्वीकार कर उन्हें तुरन्त बैंकों में 90 % टैक्स /पेनल्टी दे कर भर दें और बची 10 % रकम को जन कल्याण हेतु प्रयोग करें।

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यदि फिर भी आपको कोई डर लगता है तो आप स्वामी अप्रतिमानंदा जी के नीचे दिए गए बैंक अकाउंट में अपनी अघोषित (undeclared) धनराशि जमा करने का सामाजिक सत्कार्य करें :

बैंक खाताधारक का नाम : Swaamee 

बैंक : Spiritual Bank of India

ACCOUNT NUMBER: Supreme Consciousness 

MICR CODE: Goddess 

IFSC CODE: Bhakti

PIN: Crown Chakra

आपके द्वारा जमा करवाई गई अघोषित धनराशि को क़ानूनी प्रकार से विधिवत स्वामी अप्रतिमानंदा जी समाज , राष्ट्र और मानवता के हित में उपयोग में लायेंगे। आपसे एक बार पुनः नम्र विनती है कि अपने अघोषित (UNDECLARED) तथाकथित बिना हिसाब के काले धन वाले पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटों को न जलायें और न ही गंगा में बहायें। साथ ही भारतीय सूचना माध्यमों से भी समाज , राष्ट्र और मानवता के हित में अति नम्र विनती है कि वे सब इस शुभ समाचार को बार बार तुरन्त अपने टेलीविज़न चैनलों पर दिखाएँ और समाचार पत्रों में प्रकाशित करें।

-स्वामी मुर्खानंद जी

[ टिप्पणी: उक्त व्यंग्यात्मक (HUMOUROUS) लेख स्वामी मुर्खानंद जी का अपना है। 'हमारा नोएडा' ब्लॉग-पत्रिका का स्वामी मुर्खानंद जी के उक्त व्यंग्यात्मक (HUMOUROUS) लेख से सहमत होना आवश्यक नहीं है। 'हमारा नोएडा' ब्लॉग-पत्रिका उक्त व्यंग्यात्मक (HUMOUROUS) लेख  के लिए उत्तरदायी नहीं है। ]

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